Bharat: Ek Anuthi Sampada (भारत : एक अनूठी सम्पदा)
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- भारत केवल एक भूगोल या इतिहास का अंग ही नहीं है। यह सिर्फ एक देश, एक राष्ट्र एक जमीन का टुकड़ा मात्र नहीं है। यह कुछ और भी है- एक प्रतीक, एक काव्य, कुछ अदृश्य सा-किंतु फिर भी जिसे छुआ जा सके। कुछ विशेष ऊर्जा-तरंगों से स्पंदित है यह जगह, जिसका दावा कोई और नहीं कर सकता। भारत एक अनूठी संपदा ओशों द्वारा विभिन्न प्रश्नोत्तर प्रवचनमालाओं के उपनिषद-सूत्रों, संस्कृत-सुभाषितों एवं वेद व ॠषि वाक्यों पर दिए गए प्रश्नोत्तर प्रवचनांशों के संकलन ‘मेरा स्वर्णिम भारत में से संकलित आठ (34 से 41) प्रवचन है।
- notes
- See discussion for a TOC.
- Originally published as the part of Mera Swarnim Bharat (मेरा स्वर्णिम भारत), ch.34-40 and Appendix 1.
- time period of Osho's original talks/writings
- (unknown)
- number of discourses/chapters
- 8
editions
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